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सुदूर संवेदन और जी आई एस क्या है इससे खेती में हो सकती है हर वर्ष लाखों की बचत


सुदूर संवेदन (Remote senging) विज्ञान पिछले कुछ दशकों में एक आकर्षक विषय के रूप में उभरा है l जिसमें अंतरिक्ष से पृथ्वी की सतह की निगरानी / देखरेख विभिन्न सुदूर संवेदी संयंत्रों द्वारा करते हैं, जो भूमि की सतह पर होने वाली क्रियाकलापों की निगरानी (Monitoring), प्राकृतिक संसाधनों प्रबंधन और पर्यावरण की वास्तविक स्थिति का पता लगाता है।
                    सुदूर संवेदन ( Remote sensing )शब्द का प्रयोग सबसे पहले सन् 1950 के अंत में अमेरिका में उनके नौसेना कार्यालय ने किया था। 
                     सुदूर संवेदन ( Remote sensing ) हमारे उदेश्यों / प्रयोजनों के लिए पृथ्वी की सतह पर वस्तु ( Object ) के गुणों का परिमाण या माप ( Measurement ) विमान एवं उपग्रह द्वारा एकत्रित किए गए आंकड़ों ( Data ) का उपयोग करने से रूप में परिभाषित किया गया है। इसलिए, यह किसी वस्तु का माप पास की अपेक्षा दूर से प्राप्त करने का एक प्रयास है। सुदूर संवेदन प्रणाली विशेष रूप से उपग्रहों पर तैनात, पृथ्वी का लगातार स्थित दृश्य उपलब्ध कराती है, जो पृथ्वी प्रणाली और पृथ्वी पर मानव क्रियाकलापों के प्रभाव की निगरानी के लिए  उपयोगी हैI 
                        आजकल सुदूर संवेदन का प्रयोग कृषि विज्ञान की बहुत सी शाखाओं में जैसे मृदा सर्वेक्षण, जल स्रोत की खोज, फसल पोषक तत्व प्रबंधन, भूमि उपयोग योजना आदि क्षेत्रों में हो रहा है।
                  भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के जन्मदाता डॉ. विक्रम साराभाई की पुण्य स्मृति में उनके जन्म दिवस 12 अगस्त को इंडियन सोसायटी ऑफ रिमोट सेंसिंग (Indian society of Remote Sensing ) द्वारा "राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग दिवस " ( National Remote Sensing Day ) के रूप में मनाया जाता है।
                 भारत में सुदूर संवेदन की नोडल संस्था, राष्ट्रीय सुदूर संवेदन एजेंसी ( National Remote Sensing centre, NRSC ) हैदराबाद में है तथा जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( Indian Space Research Organisation, ISRO ) बेंगलुरु के अंतर्गत कार्यरत संस्थान है । 

सुदूर संवेदन की परिभाषा ( Definition of Remote Sensing ) :- Remote शब्द का अर्थ दूरस्थ या दूरी है, Sensing का अर्थ गुणों या विशेषताओं का पता लगाना है।

" Remote sensing refers examination, measurement and analysis of an object without being in contact with it."

" सुदूर संवेदन किसी वस्तु ( Object ) को बिना सम्पर्क किये उसका परीक्षण, परिणाम एवं विश्लेषण दर्शाता है।

" Remote sensing is the art and science  of acquiring information about the earth surface without actually being in contact with it."

सुदूर संवेदन पृथ्वी की सतह की जनकारी बिना उसके वास्तविक सम्पर्क में आये प्राप्त करने का कला एवं  विज्ञान है। यह संवेदन और परिलक्षित ( Reflected ) या उत्सर्जित ऊर्जा ( Emitted energy ) और प्रसंस्करण ( processing ) की रिर्कोडिंग, विश्लेषण और उस जानकारी को लागू करने के द्वारा किया जाता है।

   सुदूर संवेदन वास्तव में क्या है ? सुदूर संवेदन के बारे में अनेक परिभाषाएं हैं। सुदूर संवेदन की सबसे स्वीकार्य परिभाषाओं में  से एक है- 
"Remote sensing is broadly defined as callecting and interpretation information about a target without being in physical contect with the object."

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